Contents of Online Teaching

BEd Department


S . No Subject Paper Code Content
1 Revised BEd Syllabus -- BEd Syllabus
2 Time Tables & Web Links -- 1. Dr. S. K. Singh
1. BEd I Year
  
2. BEd II Year

2. Dr. (Smt) Sudha Upadhayay
BEd Classes
3 Teacher, Teaching & Technology
by Dr. S. K. Singh
E-104 1. ICT

2. Internet

3. Action Research

4. Introduction of Micro-Teaching
4 Understanding of ICT
by Dr. S. K. Singh
E-704
EPC-4
1. Development of PPT
5 Assesment for Learning
by Dr. K. C. Gaur
E-401 1. Assesment for Learning

2. Standard Deviation
6 Pedagogy of Social Sciences
by Dr. (smt.) Sudha Upadhyay
E-204 1. Samajik Vigyan ka Sikshan

2. Methodology for social science pedagogy

3. Introduction Skills

4. Construction of an achievement test in social studies

5. Diagnostic Test

6.Blue Print

7. वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के प्रकार

8. Seminar

9. Webinar

10. Webinar
7 Inclusive Education
by Dr. (smt.) Sudha Upadhyay
E-301 1. Children with Diverse Needs

2. Inclusive Education

3. Inclusive School

4. Deprived Children

5. Special Needs
8 Pedagogy of Physical Sciences
by Dr. S. K. Singh
E-206 1. Bloom's Taxonomy

2. Cognitive Domain
9 Environment Education
by Dr. (smt.) Sudha Upadhyay
E-503 1. Biodiversity and its types

2. EVS

10 Knowledge, Language & Curriculum
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
E-303 1. Determinants of Curriculum


2. Hidla Taba's Curriculum




Interdisciplinary curriculum

11 Pedagogy of Hindi
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
E-201 1. Bhasha Shikshan Vyakaran Shikshan


2. Rachna-Shikshan Vidhiyan
Rachna-Sikshan Sudhar Karya ki Jatilta ke karan


इकाई - ५ शिक्षण में सहायक शैक्षिक-तकनीकी


इकाई -5 भाषा प्रयोग-शाला(language laboratory)

मृदु- उपागम
मृदु उपागम के प्रकार=
१-मृदु- उपागम प्रणाली(system software)
२-मृदु -उपागम-प्रयोग(application software)
मृदु- उपागम के साधन
(अ) ग्राफिक्स( graphics) -मानचित, चित्र, चार्ट,ग्राफ,ग्लोब,आरेख, पोस्टर आदि
(ब) प्रदर्शन -पट्ट(displa-board)श्यामपट्ट,चाक बोर्ड, बुलेटिन बोर्ड इत्यादि ।
त्रि -आयामी(three- dimensional)-माडल,प्रतिमान, वास्तविक- पदार्थ

हिन्दी में दक्षता विकसित करने वाले घटक-अखबार

पुस्तकालय, पुस्तकालय के उद्देश्य,पुस्तकालय से लाभ, कुछ सुझाव

मूल्यांकन : सतत+व्यापक

इकाई-६, सतत व व्यापक मूल्यांकन

परीक्षण की विशेषताएं

हिन्दी भाषा-शिक्षण हिन्दी में परीक्षण प्रश्न

निदानात्मक वह उपचारात्मक शिक्षण

क्रियात्मक -अनुसंधान अर्थ, सोपान,सामान्य अनुसंधान व क्रियात्मक अनुसंधान में अंतर
12 BEd
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
--
13 Pedagogy of English
by Dev Swroop Gautam
E-202
14 BEd
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
--
15 BEd
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
--
16 BEd
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
--
17 Creating an Inclusive School
by Dev Swroop Gautam
E-301
18 EPC 1, STRENGTHENING LANGUAGE PROFICIENCY
by Dev Swroop Gautam
E-701 1. Word Formation/English Grammer

2. Noun

3. Pronoun and it's kinds

4. Verbs and Adverbs

5. Tense in English Grammer

6. Punctuation

7. Letter Writing/ How to write a letter
19 BEd II Yr पर्यावरण-शिक्षा
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
E-503 1. इकाई- ४ प्राकृतिक संकट अ -स्थ लीय संकट
२-वायुमंडलीय
 (क) असामान्य घटनाएं
 (ख) संचित वायुमंडलीय संकट
३-मानव दर्शाया उत्पन्न संकट-
 अ-भौतिक संकट
 ब-रासायनिक संकट
 स-सामाजिक संकट

जल -प्रदूषण-अर्थ, स्रोत,प्रकार,

जल -प्रदूषण-अर्थ, स्रोत,प्रकार,

तापीय प्रदूषण, न्यूक्लियर प्रदूषण

न्यूक्लियर- प्रदूषण-
विकिरण के स्रोत-🏻
(अ) मानव निर्मित विकिरण
१-न्यूक्लियर शस्त्र
२-न्यूक्लियर थियेटर तथा ईंधन
३-अन्य स्रोत-
अ-अनायनिक
ब-बीटा कण
स-गामा विकिरण
प्रभाव-अनायनिक विकिरण
न्यूक्लीय शीतकाल
नियंत्रण ।

Acid Rain

ओजोन परत के ह्रास के कारण

ओजोन परत रिक्तीकरण

Global-Warming(वैश्विक-तपन)

स्तंभों का पिघलना

प्राकृतिक आपदा: बाढ़-अर्थ, कारण,प्रभाव, निवारण

जलवायु-आपदा-भूकम्प अर्थ, कारण, प्रभाव

जलवायु-आपद-भूकम्प अर्थ, कारण, प्रभाव

चक्रवात--अर्थ, विशेषताएं,हानि-लाभ

भू-स्खलन
20 Growing up as Learner
by Dr. K. C. Gaur
E-103 Unit -6 Creativity
21 BEd
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
-- वायु-प्रदूषण के मुख्य स्रोत-
१ व्यक्तिगत- आदतें
२सामाजिक-क्रियाकलाप
३औद्योगिक-उत्सर्जन
४ दहन-प्रचालन
५पर्यावरण-विकिरण ।

22 Environmental Education
by Dev Swroop Gautam
E-503
23 BEd
by Dr. (smt.) Sunita Gaur
-- इकाई-५,, हिन्दी में दक्षता विकसित करने वाले घटक
24 BEd
by Dr. (smt.) Sudha Upadhyay
E-101 1.Contemporary India and Education(Revision)

25 Pedagogy of Biological Sciences
by Dr. S. K. Singh
E-207 1. Lecture Method

2. Demonstration cum Lecture Method
26 Pedagogy of Computer Sciences
by Dr. S. K. Singh
E-208 1. Meaning of Curriculum

2. Curriculum vs Syllabus
27 KNOWLEDGE, LANGUAGE & CURRICULUM
by Dr. S. K. Singh
E-303 1. Intensive Reading

2. Extensive Reading

3. Scanning Reading
28 WORK EDUCATION, GANDHIJI’S NAI TALIM AND COMMUNITY ENGAGEMENT
by Dr. S. K. Singh
E-304 1. Concept of Work Education

2. Importance of Work Education
29 Environmental Education
by Dr. S. K. Singh
E-503 1. Forest Resources

2. Deforestation
30 Computer Education
by Dr. S. K. Singh
E-504 1. Computer in Education

2. Internet & Education
31 BEd
by Dev Swroop Gautam
E-102
32 Work Education
by Dr. Sudha Upadhyay
E-304 1. GANDHIJI’s NAI TALIM and community Engagement

महात्मा गांधी का शिक्षा दर्शन-
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का व्यक्तित्व और कृतित्व आदर्शवादी रहा है। उनका आचरण प्रयोजनवादी विचारधारा से ओतप्रोत था। संसार के अधिकांश लोग उन्हें महान राजनीतिज्ञ एवं समाज सुधारक के रूप में जानते हैं। पर उनका यह मानना था कि सामाजिक उन्नति हेतु शिक्षा का एक मत्वपूर्ण योगदान होता है। अतः गांधीजी का शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष योगदान रहा है। उनका मूलमंत्र था - 'शोषण-विहीन समाज की स्थापना करना'। उसके लिए सभी को शिक्षित होना चाहिए। क्योंकि शिक्षा के अभाव में एक स्वस्थ समाज का निर्माण असंभव है। अतः गांधीजी ने जो शिक्षा के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों की व्याख्या की तथा प्रारंभिक शिक्षा योजना उनके शिक्षादर्शन का मूर्त रूप है। अतएव उनका शिक्षादर्शन उनको एक शिक्षाशास्त्री के रूप में भी समाज के सामने प्रस्तुत करता है। उनका शिक्षा के प्रति जो योगदान था वह अद्वितीय था। उनका मानना था कि मेरे प्रिय भारतराष्ट्रपिता महात्मा गांधी का व्यक्तित्व और कृतित्व आदर्शवादी रहा है। उनका आचरण प्रयोजनवादी विचारधारा से ओतप्रोत था। संसार के अधिकांश लोग उन्हें महान राजनीतिज्ञ एवं समाज सुधारक के रूप में जानते हैं। पर उनका यह मानना था कि सामाजिक उन्नति हेतु शिक्षा का एक मत्वपूर्ण योगदान होता है। अतः गांधीजी का शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष योगदान रहा है। उनका मूलमंत्र था - 'शोषण-विहीन समाज की स्थापना करना'। उसके लिए सभी को शिक्षित होना चाहिए। क्योंकि शिक्षा के अभाव में एक स्वस्थ समाज का निर्माण असंभव है। अतः गांधीजी ने जो शिक्षा के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों की व्याख्या की तथा प्रारंभिक शिक्षा योजना उनके शिक्षादर्शन का मूर्त रूप है। अतएव उनका शिक्षादर्शन उनको एक शिक्षाशास्त्री के रूप में भी समाज के सामने प्रस्तुत करता है। उनका शिक्षा के प्रति जो योगदान था वह अद्वितीय था। उनका मानना था कि मेरे प्रिय भारत में बच्चों को 3H की शिक्षा अर्थात् head hand heart की शिक्षा दी जाए। शिक्षा उन्हें स्वावलंबी बनाये और वे देश को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देराष्ट्रपिता महात्मा गांधी का व्यक्तित्व और कृतित्व आदर्शवादी रहा है। उनका आचरण प्रयोजनवादी विचारधारा से ओतप्रोत था। संसार के अधिकांश लोग उन्हें महान राजनीतिज्ञ एवं समाज सुधारक के रूप में जानते हैं। पर उनका यह मानना था कि सामाजिक उन्नति हेतु शिक्षा का एक मत्वपूर्ण योगदान होता है। अतः गांधीजी का शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष योगदान रहा है। उनका मूलमंत्र था - 'शोषण-विहीन समाज की स्थापना करना'। उसके लिए सभी को शिक्षित होना चाहिए। क्योंकि शिक्षा के अभाव में एक स्वस्थ समाज का निर्माण असंभव है। अतः गांधीजी ने जो शिक्षा के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों की व्याख्या की तथा प्रारंभिक शिक्षा योजना उनके शिक्षादर्शन का मूर्त रूप है। अतएव उनका शिक्षादर्शन उनको एक शिक्षाशास्त्री के रूप में भी समाज के सामने प्रस्तुत करता है। उनका शिक्षा के प्रति जो योगदान था वह अद्वितीय था। उनका मानना था कि मेरे प्रिय भारत में बच्चों को 3H की शिक्षा अर्थात् head hand heart की शिक्षा दी जाए। शिक्षा उन्हें स्वावलंबी बनाये और वे देश को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। सकें। में बच्चों को 3H की शिक्षा अर्थात् head hand heart की शिक्षा दी जाए। शिक्षा उन्हें स्वावलंबी बनाये और वे देश को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।

2.
3. Revision

4. Revision

5. Experiential Learning
33 WORK EDUCATION, GANDHIJI’S NAI TALIM AND COMMUNITY ENGAGEMENT
by Dr. K. C. Gaur
E-304 1. Work & Education: Meaning & Concept
33 Assesment for Learning BEd II Year
by Dr. K. C. Gaur
E-401 1. Correlation

Focus